#खुशहाली_के_दुश्मन

1945 में बेगमाबाद का नाम बदलकर मोदीनगर किया गया था, पूरे देश से लोग अपनी रोटी की तलाश में मोदीनगर की मोदी मिल्स में नौकरी करने आते थे।

उद्योगति श्री गुर्जर मल मोदी ने मोदी पोन, मोदी टायर, मोदी कपड़ा मिल, मोदी वनस्पति, मोदी चीनी मिल… बाद में मोदी हॉस्पिटल, मोदी धर्मशाला, मोदी कॉलेज की भी स्थापना की। तरक़्क़ी और ख़ुशहाली की धारा बहने लगी।

लेकिन…

एक दिन लाल झंडे वाले वहाँ आये, ठीक वैसे ही जैसे आजकल आंदोलन में किसानों के साथ नज़र आते हैं। उन्होंने मजदूरों को समझाया कि कैसे मिल मालिक, तुम मजदूरों का शोषण करता है।

मोदी भले ही उन्हें मंदिर, कॉलेज, अस्पताल, घर, विवाह के लिए भवन, यहां तक की घर की पुताई के पैसे तक दे रहे थे लेकिन समझाया यह गया कि वह उनका शोषण कर रहा है।

और

फिर शुरू हुई क्रांति…. बताया जाता है कि एक बार जब मोदी साहब की पत्नी मंदिर गईं, तो मजदूर नेताओं ने कपड़े उतारकर उनके सामने नग्न-प्रदर्शन किया।

उस दिन के बाद मोदी नगर फिर कभी वैसा नहीं रहा। चीनी मिल को छोड़कर एक-एक करके सारी मोदी इंडस्ट्री वहाँ से उठा ली गई। चीनी मिल आज भी बची हुई है क्योंकि तब किसानों ने लाल झंडे वालों को कभी अपने बीच घुसने नहीं दिया और ना ही क्रांति करने ही नहीं दी।

लेकिन आज यह #लाल_झंडा_किसानों_में_अपनी_पैंठ_बना_चुका_है।

जिस मोदीनगर में देश के कोने-कोने से लोग नौकरी करने जाते थे, आज उसी मोदीनगर के लोग बस-रेल में भरकर साधारण सी नौकरियां करने दिल्ली-नोयडा-गाजियाबाद जाते हैं।

पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में लगने वाली टाटा नैनो की फैक्ट्री जिसमें पन्द्रह हज़ार लोगों को नौकरी मिलनी थी, उसे भी ममता बनर्जी के संगठित भीड़तंत्र ने फर्जी आंदोलन द्वारा बंगाल से गुजरात शिफ्ट होने के लिये मजबूर कर दिया। बंगाल के ऐसे सभी आंदोलनों का नतीजा- बीमार बंगाल…चीन से फंडिंग पाए कम्युनिस्ट पाए ने बंगाल के मजदूरों को दी भुखमरी,बेरोजगारी,बंद कारखाने ,छुटी हुई नोकरी होने के कारण उन मजदूरों की पत्नी व बेटियों को मिला वेश्यालयों में प्रवेश आज वही बेरोजगार युवा अपनी बेटी,बहनों के लिए ग्राहक तलासने के लिए निकलता है व अपनी आँखों के सामने लुटती हुई अपनो की इज्जत देखता है।पेट की भूख की बेबसी ये सब करती है।इससे इन मूर्खो द्वारा कम्युनिस्टों को मिली सत्ता और चीन को मिला अपने उत्पाद का बाजार। कोलकोता जो देश का सबसे विकसित राज्य था उसको मिला सबसे बड़ा देह व्यापार केंद्र सोनागाछी जहां सिसकती हुई जिंदगी है व चाइना टाउन ।इस पोस्ट के साथ में पुष्टि करते चित्र भी हैं।

लाल झंडा, एक ऐसी विचारधारा है, जिसमें विश्वविद्यालय का कुलपति, मिल-मालिक, कॉरपोरेट और देश का प्रधानमंत्री, सभी दुश्मन दिखाई देते हैं इसीलिये #मोदी_तू_मर_जा के गीत गाये जाते हैं।

😡